पालुंदा ढाणी में लंबे समय से जर्जर हैं रास्ते, ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन

बामनवास : ग्राम पंचायत भांवरा की पालुंदा ढाणी में लंबे समय से बदहाल पड़े मार्गों को लेकर ग्रामीणों ने सोमवार को विरोध जताया। इस संबंध में भाजपा मंडल अध्यक्ष रामराज मीणा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने विकास अधिकारी को ज्ञापन सौंपा और ढाणी में सड़क निर्माण कार्य की स्वीकृति शीघ्र जारी करने की मांग रखी।

ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि पालुंदा ढाणी का मुख्य मार्ग अत्यंत खराब स्थिति में है, जिससे करीब एक हजार की आबादी को आवागमन में निरंतर परेशानी झेलनी पड़ रही है। पैदल मार्ग भी जीर्ण-शीर्ण होने के कारण बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को आने-जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। बारिश के दौरान कीचड़ और गड्ढों के कारण हालात और भी अधिक गंभीर हो जाते हैं।

मीणा ने बताया कि ढाणी में मुख्य मार्गों पर इंटरलॉकिंग सड़क निर्माण अत्यावश्यक है। उन्होंने रामलाल डीलर के घर से श्रीफूल तक, रामावतार के घर से धन सिंह मीणा तक तथा धन सिंह के पास से बोर तक सड़क निर्माण कार्य कराने की मांग रखी। उनका कहना है कि इन मार्गों के निर्माण से ग्रामीणों को सीधी राहत मिलेगी और ढाणी के समग्र विकास को गति मिलेगी।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वर्षों से समस्या के समाधान के लिए प्रशासन को अवगत कराया जा रहा है, किन्तु अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। खराब मार्गों का असर शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और रोजगार से जुड़े कार्यों पर भी प्रतिकूल रूप से पड़ रहा है।

पालुंदा ढाणी में लंबे समय से जर्जर हैं रास्ते

भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि सड़कें किसी भी गांव के विकास की आधारशिला होती हैं। यदि मार्ग ही सुचारू न हों तो अन्य योजनाओं का लाभ ग्रामीणों तक सही रूप में नहीं पहुंच पाता। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही सड़क निर्माण की स्वीकृति जारी नहीं की गई तो ग्रामीण आंदोलन का सहारा लेने के लिए बाध्य होंगे।

। ग्राम पंचायत भांवरा की पालुंदा ढाणी में लंबे समय से बदहाल पड़े मार्गों को लेकर ग्रामीणों ने सोमवार को विरोध जताया। इस संबंध में भाजपा मंडल अध्यक्ष रामराज मीणा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने विकास अधिकारी को ज्ञापन सौंपा और ढाणी में सड़क निर्माण कार्य की स्वीकृति शीघ्र जारी करने की मांग रखी।

ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि पालुंदा ढाणी का मुख्य मार्ग अत्यंत खराब स्थिति में है, जिससे करीब एक हजार की आबादी को आवागमन में निरंतर परेशानी झेलनी पड़ रही है। पैदल मार्ग भी जीर्ण-शीर्ण होने के कारण बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को आने-जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। बारिश के दौरान कीचड़ और गड्ढों के कारण हालात और भी अधिक गंभीर हो जाते हैं।

मीणा ने बताया कि ढाणी में मुख्य मार्गों पर इंटरलॉकिंग सड़क निर्माण अत्यावश्यक है। उन्होंने रामलाल डीलर के घर से श्रीफूल तक, रामावतार के घर से धन सिंह मीणा तक तथा धन सिंह के पास से बोर तक सड़क निर्माण कार्य कराने की मांग रखी। उनका कहना है कि इन मार्गों के निर्माण से ग्रामीणों को सीधी राहत मिलेगी और ढाणी के समग्र विकास को गति मिलेगी।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वर्षों से समस्या के समाधान के लिए प्रशासन को अवगत कराया जा रहा है, किन्तु अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। खराब मार्गों का असर शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और रोजगार से जुड़े कार्यों पर भी प्रतिकूल रूप से पड़ रहा है।

भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि सड़कें किसी भी गांव के विकास की आधारशिला होती हैं। यदि मार्ग ही सुचारू न हों तो अन्य योजनाओं का लाभ ग्रामीणों तक सही रूप में नहीं पहुंच पाता। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही सड़क निर्माण की स्वीकृति जारी नहीं की गई तो ग्रामीण आंदोलन का सहारा लेने के लिए बाध्य होंगे।

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